न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बनबसा (चंपावत)
Updated Wed, 04 Mar 2020 12:45 PM IST
सीमा पर बनीअस्थायी चौकी
– फोटो : अमर उजाला
नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) ने सोमवार को नेपाल की ओर नोमैंस लैंड पर अस्थायी चौकी बना ली। इस पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एतराज जताते हुए एपीएफ से चौकी हटाने की बात कही। वहीं एपीएफ का कहना है कि बरसात में संतरी के खड़े रहने के लिए चौकी बनाई गई है।
भारत-नेपाल सीमा पर दोनों ओर दस गज तक नोमैंस लैंड छोड़ी गई है। इस भूमि पर कोई भी निर्माण नहीं किया जाना है। बावजूद इसके नेपाली नागरिकों ने नोमैंस लैंड पर कई जगह अतिक्रमण किया है।
सोमवार को नेपाल की एपीएफ ने भी गड्ढा चौकी स्थित स्वागत गेट के पहले नोमैंस लैंड पर अस्थायी चौकी बना ली। पता चलने पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एतराज जताया। नोमैंस लैंड से एपीएफ को तत्काल चौकी हटाने को कहा, जबकि एपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि बरसात में वहां संतरी के खड़े रहने के लिए चौकी बनाई गई है।
इस रूट से भारत-नेपाल के बीच रोजाना सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं। भारत-नेपाल के प्रशासनिक अधिकारियों की बैठकों में वर्षों से भारत की आपत्ति के बावजूद नेपाल प्रशासन नोमैंस लैंड खाली नहीं करा सका है। सीओ बीसी पंत ने बताया कि एसएसबी ने उच्चाधिकारियों एवं भारतीय प्रशासन को भी अतिक्रमण की सूचना दे दी गई है।
सार
- एसएसबी ने एतराज जताते हुए एपीएफ से चौकी हटाने को कहा
विस्तार
नेपाल की आर्म्ड पुलिस फोर्स (एपीएफ) ने सोमवार को नेपाल की ओर नोमैंस लैंड पर अस्थायी चौकी बना ली। इस पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एतराज जताते हुए एपीएफ से चौकी हटाने की बात कही। वहीं एपीएफ का कहना है कि बरसात में संतरी के खड़े रहने के लिए चौकी बनाई गई है।
भारत-नेपाल सीमा पर दोनों ओर दस गज तक नोमैंस लैंड छोड़ी गई है। इस भूमि पर कोई भी निर्माण नहीं किया जाना है। बावजूद इसके नेपाली नागरिकों ने नोमैंस लैंड पर कई जगह अतिक्रमण किया है।
सोमवार को नेपाल की एपीएफ ने भी गड्ढा चौकी स्थित स्वागत गेट के पहले नोमैंस लैंड पर अस्थायी चौकी बना ली। पता चलने पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एतराज जताया। नोमैंस लैंड से एपीएफ को तत्काल चौकी हटाने को कहा, जबकि एपीएफ के अधिकारियों ने कहा कि बरसात में वहां संतरी के खड़े रहने के लिए चौकी बनाई गई है।
इस रूट से भारत-नेपाल के बीच रोजाना सैकड़ों लोग आवाजाही करते हैं। भारत-नेपाल के प्रशासनिक अधिकारियों की बैठकों में वर्षों से भारत की आपत्ति के बावजूद नेपाल प्रशासन नोमैंस लैंड खाली नहीं करा सका है। सीओ बीसी पंत ने बताया कि एसएसबी ने उच्चाधिकारियों एवं भारतीय प्रशासन को भी अतिक्रमण की सूचना दे दी गई है।
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