न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Mon, 02 Mar 2020 08:33 PM IST
देश में बेरोजगारी की समस्या कम होने की बजाय लगातार बढ़ती दिख रही है। फरवरी महीने में भी रोजगार के मौके घट गए। इस महीने में बेरोजगारी की दर बढ़कर 7.78 फीसदी तक पहुंच गई। यह इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि यह दर बीते चार महीने में सबसे ज्यादा है।
फरवरी महीने की बेरोजगारी दर जनवरी की तुलना में 0.62% है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने सोमवार को रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह आंकड़ा सामने आया। यह बेरोजगारी दर अक्तूबर, 2019 के बाद सबसे ज्यादा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक सुस्ती का असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। वर्ष 2019 के आखिरी तीन महीनों में अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि छह साल में निचले स्तर पर पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में ग्रामीण क्षेत्र में कम लोगों को रोजगार मिला है। ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी दर जनवरी(5.97%) की तुलना में बढ़कर 7.37 फीसदी तक पहुंच गई। हालांकि शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर में कम दर्ज की गई है। जनवरी में यह 9.70 फीसदी थी जो फरवरी में 8.65 प्रतिशत हो गई।
देश में बेरोजगारी की समस्या कम होने की बजाय लगातार बढ़ती दिख रही है। फरवरी महीने में भी रोजगार के मौके घट गए। इस महीने में बेरोजगारी की दर बढ़कर 7.78 फीसदी तक पहुंच गई। यह इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि यह दर बीते चार महीने में सबसे ज्यादा है।
फरवरी महीने की बेरोजगारी दर जनवरी की तुलना में 0.62% है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) ने सोमवार को रिपोर्ट जारी की, जिसमें यह आंकड़ा सामने आया। यह बेरोजगारी दर अक्तूबर, 2019 के बाद सबसे ज्यादा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक आर्थिक सुस्ती का असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। वर्ष 2019 के आखिरी तीन महीनों में अर्थव्यवस्था की आर्थिक वृद्धि छह साल में निचले स्तर पर पहुंच गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि फरवरी में ग्रामीण क्षेत्र में कम लोगों को रोजगार मिला है। ग्रामीण क्षेत्र में बेरोजगारी दर जनवरी(5.97%) की तुलना में बढ़कर 7.37 फीसदी तक पहुंच गई। हालांकि शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर में कम दर्ज की गई है। जनवरी में यह 9.70 फीसदी थी जो फरवरी में 8.65 प्रतिशत हो गई।
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