उड़ीसा में आईपीएस अफसरों की सबसे ज्यादा कमी है। वहां पर आईपीएस के 195 पद स्वीकृत हैं। इनमें से 120 पद भरे हैं और 75 पद खाली पड़े हैं। इसी तरह उत्तरप्रदेश में 72 पद और पश्चिम बंगाल में 75 पद खाली हैं।
जानिये कहां पर कितने आईपीएस के पद पड़े हैं खाली, राज्यवार रिपोर्ट:
राज्य/कॉडर स्वीकृत संख्या सेवारत रिक्त पद
आंध्रप्रदेश 144 117 27
एजीएमयूटी 309 252 57
असम मेघालय 195 159 36
बिहार 242 212 30
छत्तीसगढ़ 142 115 27
गुजरात 208 171 37
हरियाणा 144 114 30
हिमाचल प्रदेश 94 79 15
जम्मू-कश्मीर 147 78 69
झारखंड 149 124 25
कर्नाटक 215 175 40
केरल 172 130 42
मध्यप्रदेश 305 266 39
महाराष्ट्र 317 255 62
मणिपुर 89 64 25
नागालैंड 75 62 13
उड़ीसा 195 120 75
पंजाब 172 141 31
राजस्थान 215 187 28
सिक्किम 32 31 01
तमिलनाडु 276 236 40
तेलंगाना 139 104 35
त्रिपुरा 69 53 16
उत्तरप्रदेश 517 445 72
उत्तराखंड 73 62 11
पश्चिम बंगाल 347 272 75
कुल 4982 4024 958
चूंकि रिक्तियां और भर्ती एक सत्तत प्रक्रिया है, इसलिए किसी भी विशेष ड्यूटी के लिए खाली पड़े पदों को भरने की कोई समय सीमा निर्धारित करना कठिन है। सवाल में यह भी पूछा गया था कि क्या सरकार ने विशेष रूप से वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित क्षेत्रों में रिक्त पदों को भरने के लिए समय सीमा निर्धारित की है।
इसके जवाब में राज्य मंत्री का कहना था कि इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं की गई है। हर साल 150 आईपीएस अधिकारियों की भर्ती की जाती है और उन्हें भारतीय पुलिस सेवा के 26 कैडरों में आवंटित किया जाता है।