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कोरोनावायरस का कहर चीन के साथ-साथ दुनिया के 70 देशों में फैल चुका है, लेकिन अभी तक इस वायरस का उपचार नहीं मिला है। इसी बीच अमेरिका ने राहत के संकेत दिए हैं। अमेरिकी उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस का इलाज करने के लिए इन गर्मियों तक दवाइयां उपलब्ध हो सकेंगी।
उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हालांकि इसका टीका इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत तक शायद उपलब्ध नहीं हो सकेगा, लेकिन कोरोनावायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए इन गर्मियों या पतझड़ तक दवाई उपलब्ध हो सकेगी।
गिलिएड कंपनी की दवाई रेमडेसिविर का इस्तेमाल अमेरिका में कोरोनावायरस के एक मरीज के उपचार के लिए किया जा चुका है, हालांकि यह अभी परीक्षण के तौर पर किया गया है।
भारत में सामने आए तीन नए मामले
कोरोनावायरस से संक्रमण के तीन नए मामले भारत में सामने आए हैं। सोमवार को दिल्ली, जयपुर और तेलंगाना में एक-एक मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई। दिल्ली में संक्रमित व्यक्ति हाल ही में इटली और तेलंगाना में संक्रमित व्यक्ति दुबई से लौटा था जबकि जयपुर में मिला संक्रमित इटली का पर्यटक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि दिल्ली में जो व्यक्ति पॉजिटिव मिला, वह खुद राममनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचा था। तेलंगानाका मरीज पहले निजी अस्पताल गया, जहां से उसे सरकारी अस्पताल में रेफर किया गया। दोनों की हालत स्थिर है। उनकी लगातार निगरानी हो रही है। हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। सतर्कता जरूरी है। स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर भी इसकी जानकारी उपलब्ध है।
उधर, राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने विधानसभा में बताया कि इटली के पर्यटक की दूसरी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, पहली रिपोर्ट निगेटिव थी। तीसरी जांच के लिए सैंपल पुणे के भारतीय विषाणु अध्ययन संस्थान भेजा गया है। यह पर्यटक अपने 20 साथियों के साथ उदयपुर पहुंचा था। वहां से सभी जयपुर आए थे।
भारत ने ईरानी नागरिकों को जारी वीजा रद्द किया
भारत ने सोमवार को ईरानी नागरिकों को जारी किए गए वीजा या ई-वीजा को रद्द करने का फैसला किया है। स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि जैसे-जैसे स्थिति बदल रही है, हम अन्य देशों पर भी यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार कर सकते हैं। मौजूदा यात्रा एडवाइजरी के अंतर्गत चीन और ईरान के ई-वीजा समेत सभी तरह के वीजा को निलंबित किया जा चुका है। अगर स्थिति आगे बदलती है, तो अन्य देशों पर भी यह एडवाइजरी लागू की जा सकती है। डॉक्टर हर्षवर्धन ने भारतीयों को सलाह दी है कि अगर बहुत जरूरी न हो तो चीन, ईरान, कोरिया, सिंगापुर और इटली जानें से बचें। उन्होंने कहा कि हमने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं और अन्य देशों पर करीब से निगाह बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि चीन के बाद कोरोना से सबसे अधिक मौतें ईरान में हुई हैं और इसका असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। ईरान में अब तक 66 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,501 लोग वायरस की चपेट में हैं।
इटली और ईरान से आने वाले सभी यात्रियों की सम्पूर्ण जांच जरूरी: डीजीसीए
इस बीच नागर विमानन डीजीसीए ने कहा कि इटली और ईरान से आने वाले सभी यात्रियों की थर्मल जांच की जाएगी। सरकार के दो यात्रियों के इस वायरस से पीड़ित होने की घोषणा के कुछ घंटों बाद यह बयान जारी किया गया है।भारतीय हवाई अड्डों पर पहले ही 10 देशों चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, सिंगापुर, नेपाल, इंडोनेशिया, वियतनाम और मलेशिया से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही थी। डीजीसीए ने सोमवार को कहा कि कोरोनावायरस को भारत में फैलने से रोकने के लिए, इटली और ईरान से आने वाले सभी यात्रियों की भी सम्पूर्ण जांच करने का निर्णय किया गया है।