
भारत आए इटली के 21 लोग में से 16 को कोरोनावायरस होने की पुष्टि हो गई है। इनके साथ बतौर ड्राइवर बन कर रहे एक भारतीय की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अब स्वास्थ्य मंत्रालय को यह चिंता सता रही है कि ये लोग आईटीबीपी के छावला स्थित क्वारंटाइन केंद्र में आने से पहले कहां और कितने लोगों के संपर्क में रहे।
जैसे होटल में, बाजार में, किसी पर्यटक स्थल पर, चाय की दुकान, मनोरंजन स्थल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि जगहों पर बहुत से लोग इन्हें मिले होंगे। इन्हें छींक भी आई होगी और बहुत से लोगों ने सामान का आदान प्रदान करते वक्त या मानवीय व्यवहार के चलते हाथ भी मिलाया होगा, अब ऐसे सभी लोगों की स्क्रीनिंग हो सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए उन इलाकों के सीएमओ से संपर्क कर रहा है, जहां पर ये इटालियन गए हैं। वहां पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अनेक लोगों की स्क्रीनिंग कर सकते हैं।
जैसे आगरा में होटल कर्मियों और दुकानदारों से पूछा जाएगा कि वे किस तरह से और कितनी देर इटली के पर्यटकों के साथ रहे हैं। जयपुर में भी अनेक लोगों की स्क्रीनिंग करने की योजना तैयार हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय को मालूम हुआ है कि इटली के जिन पर्यटकों को कोरोनावायरस होने की पुष्टि हुई है, उनमें से कई की उम्र साठ वर्ष से ज्यादा है। संभव है कि इन्हें कई दिन पहले ही कोरोनावायरस हुआ होगा। इस समूह में कई लोगों ऐसे भी हैं, जो पिछले चार दिन से बुखार और खांसी से पीड़ित थे।
इनकी स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इनके साथ रहने वाला एक भारतीय ड्राइवर भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गया। इतना ही नहीं, एक पर्यटक की पत्नी को यह बीमारी हो गई।
स्वास्थ्य महकमे की चिंता यही है कि इटली के पर्यटक आगरा और जयपुर के अलावा कई जगहों पर गए हैं। दिल्ली के होटल में भी ये ठहरे थे। ऐसे में अब सैंकड़ों लोगों की स्क्रीनिंग की तैयारी की जा रही है। कई जगहों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी लोगों से आग्रह करेंगे कि वे खुद ही यह बताएं कि कौन से लोग इटालियन पर्यटकों के ज्यादा करीब रहे हैं।
वे लोग अपना टेस्ट करा सकते हैं। इसे लेकर यूपी और राजस्थान प्रशासन से लगातार बातचीत चल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय का मकसद है कि किसी भी तरह से कोरोनावायरस को फैलने से रोका जाए। सरकार कई जगहों पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था कर रही है।
सार
- आगरा में होटल कर्मियों और दुकानदारों से होगी पूछताछ
- भारतीय ड्राइवर भी आया चपेट में
- यूपी और राजस्थान प्रशासन से लगातार हो रही है बातचीत
विस्तार
भारत आए इटली के 21 लोग में से 16 को कोरोनावायरस होने की पुष्टि हो गई है। इनके साथ बतौर ड्राइवर बन कर रहे एक भारतीय की जांच रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अब स्वास्थ्य मंत्रालय को यह चिंता सता रही है कि ये लोग आईटीबीपी के छावला स्थित क्वारंटाइन केंद्र में आने से पहले कहां और कितने लोगों के संपर्क में रहे।
जैसे होटल में, बाजार में, किसी पर्यटक स्थल पर, चाय की दुकान, मनोरंजन स्थल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स आदि जगहों पर बहुत से लोग इन्हें मिले होंगे। इन्हें छींक भी आई होगी और बहुत से लोगों ने सामान का आदान प्रदान करते वक्त या मानवीय व्यवहार के चलते हाथ भी मिलाया होगा, अब ऐसे सभी लोगों की स्क्रीनिंग हो सकती है।
स्वास्थ्य मंत्रालय इसके लिए उन इलाकों के सीएमओ से संपर्क कर रहा है, जहां पर ये इटालियन गए हैं। वहां पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी अनेक लोगों की स्क्रीनिंग कर सकते हैं।
जैसे आगरा में होटल कर्मियों और दुकानदारों से पूछा जाएगा कि वे किस तरह से और कितनी देर इटली के पर्यटकों के साथ रहे हैं। जयपुर में भी अनेक लोगों की स्क्रीनिंग करने की योजना तैयार हो रही है।
सूत्रों के अनुसार, स्वास्थ्य मंत्रालय को मालूम हुआ है कि इटली के जिन पर्यटकों को कोरोनावायरस होने की पुष्टि हुई है, उनमें से कई की उम्र साठ वर्ष से ज्यादा है। संभव है कि इन्हें कई दिन पहले ही कोरोनावायरस हुआ होगा। इस समूह में कई लोगों ऐसे भी हैं, जो पिछले चार दिन से बुखार और खांसी से पीड़ित थे।
इनकी स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इनके साथ रहने वाला एक भारतीय ड्राइवर भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गया। इतना ही नहीं, एक पर्यटक की पत्नी को यह बीमारी हो गई।
स्वास्थ्य महकमे की चिंता यही है कि इटली के पर्यटक आगरा और जयपुर के अलावा कई जगहों पर गए हैं। दिल्ली के होटल में भी ये ठहरे थे। ऐसे में अब सैंकड़ों लोगों की स्क्रीनिंग की तैयारी की जा रही है। कई जगहों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मी लोगों से आग्रह करेंगे कि वे खुद ही यह बताएं कि कौन से लोग इटालियन पर्यटकों के ज्यादा करीब रहे हैं।
वे लोग अपना टेस्ट करा सकते हैं। इसे लेकर यूपी और राजस्थान प्रशासन से लगातार बातचीत चल रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय का मकसद है कि किसी भी तरह से कोरोनावायरस को फैलने से रोका जाए। सरकार कई जगहों पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था कर रही है।
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