
कोरोनावायरस के चलते इलेक्ट्रॉनिक आइटम महंगे होते जा रहे हैं। चूंकि ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक आइटम चीन से आते हैं, इसलिए अब इनकी सप्लाई बंद हो गई है। बाजार में पहले का जो माल बचा है, वही बिक रहा है। फरवरी में कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्डडिस्क, रैम, की-बोर्ड्स और दूसरे उपकरणों की कीमतें तकरीबन 30 फीसदी बढ़ चुकी हैं।
ऑल दिल्ली कंप्यूटर ट्रेडर्स एसोसिएशन, नेहरू प्लेस के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल का कहना है कि हमने अपने सदस्यों से कहा है कि वे चीन से आए सामान की पैकिंग खोलने के दौरान सावधानी बरतें। दस्ताने का इस्तेमाल करें। उधर, एम्स के डॉक्टर भी इस बात को मान रहे हैं कि चीन से आए सामान को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
महेंद्र अग्रवाल के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक आइटम के रेट बढ़ने जा रहे हैं। वजह, भारतीय बाजार में अब चीन से आने वाले माल की सप्लाई बंद हो गई है। फरवरी में तो किसी तरह का माल नहीं पहुंचा। ऐसे में कीमतें बढ़ना तय है। मार्च में सरकारी विभागों की क्लोजिंग होती है, लिहाजा इलेक्ट्रॉनिक आइटम की मांग बढ़ जाती है।
हर विभाग में बजट खत्म करने के लिए कोई न कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदा जाता है। इसके चलते बाजार में इन उपकरणों की भारी मांग रहती है। अब चीन से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई है, तो ऐसे में जो स्टॉक बचा है, उनकी कीमतों में इजाफा हो गया है।
वह बताते हैं कि चीन से दो तीन माह पहले भी जो सामान आया है, उसकी पैकिंग खोलने के लिए अब दस्तानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही बचाव के लिए हम अपनी एसोसिएशन के सदस्यों को दस्ताने इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं।
किसी ग्राहक को कोई इलेक्ट्रॉनिक आइटम दिखाना है, तो उस दौरान भी इस्तेमाल का प्रयोग कर रहे हैं। हो सकता है कि जिस कर्मी ने चीन में कोई आइटम पैक किया हो, वह कोरोनावायरस का संदिग्ध रहा हो। यह भी संभावना रहती है कि किसी व्यक्ति को मालूम ही न हो कि उसे कोरोनावायरस जैसी खतरनाक बीमारी के लक्ष्ण हैं।
दूसरी ओर, एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजय के अनुसार, चीन से आए सामान को खोलने के दौरान अगर दस्ताने का इस्तेमाल कर लिया जाए तो वह ठीक रहता है। ये भी हो सकता है कि कोरोनावायरस प्रारंभिक स्थिति में हो और वह व्यक्ति बिना दस्ताने के कोई सामान पैक करता है तो बीमारी के फैलने की संभावना बन जाती है।
सार
- इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की कीमतों में 30 फीसदी का इजाफा
- पैकिंग खोलने के लिए कर रहे हैं दस्तानों का इस्तेमाल
विस्तार
कोरोनावायरस के चलते इलेक्ट्रॉनिक आइटम महंगे होते जा रहे हैं। चूंकि ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक आइटम चीन से आते हैं, इसलिए अब इनकी सप्लाई बंद हो गई है। बाजार में पहले का जो माल बचा है, वही बिक रहा है। फरवरी में कंप्यूटर, लैपटॉप, हार्डडिस्क, रैम, की-बोर्ड्स और दूसरे उपकरणों की कीमतें तकरीबन 30 फीसदी बढ़ चुकी हैं।
ऑल दिल्ली कंप्यूटर ट्रेडर्स एसोसिएशन, नेहरू प्लेस के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल का कहना है कि हमने अपने सदस्यों से कहा है कि वे चीन से आए सामान की पैकिंग खोलने के दौरान सावधानी बरतें। दस्ताने का इस्तेमाल करें। उधर, एम्स के डॉक्टर भी इस बात को मान रहे हैं कि चीन से आए सामान को लेकर कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
महंगे हो रहे हैं टीवी, मोबाइल जैसे प्रोडक्ट्स
महेंद्र अग्रवाल के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक आइटम के रेट बढ़ने जा रहे हैं। वजह, भारतीय बाजार में अब चीन से आने वाले माल की सप्लाई बंद हो गई है। फरवरी में तो किसी तरह का माल नहीं पहुंचा। ऐसे में कीमतें बढ़ना तय है। मार्च में सरकारी विभागों की क्लोजिंग होती है, लिहाजा इलेक्ट्रॉनिक आइटम की मांग बढ़ जाती है।
हर विभाग में बजट खत्म करने के लिए कोई न कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खरीदा जाता है। इसके चलते बाजार में इन उपकरणों की भारी मांग रहती है। अब चीन से इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की सप्लाई पूरी तरह बंद हो गई है, तो ऐसे में जो स्टॉक बचा है, उनकी कीमतों में इजाफा हो गया है।
वह बताते हैं कि चीन से दो तीन माह पहले भी जो सामान आया है, उसकी पैकिंग खोलने के लिए अब दस्तानों का इस्तेमाल किया जा रहा है। साथ ही बचाव के लिए हम अपनी एसोसिएशन के सदस्यों को दस्ताने इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं।
किसी ग्राहक को कोई इलेक्ट्रॉनिक आइटम दिखाना है, तो उस दौरान भी इस्तेमाल का प्रयोग कर रहे हैं। हो सकता है कि जिस कर्मी ने चीन में कोई आइटम पैक किया हो, वह कोरोनावायरस का संदिग्ध रहा हो। यह भी संभावना रहती है कि किसी व्यक्ति को मालूम ही न हो कि उसे कोरोनावायरस जैसी खतरनाक बीमारी के लक्ष्ण हैं।
दूसरी ओर, एम्स के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विजय के अनुसार, चीन से आए सामान को खोलने के दौरान अगर दस्ताने का इस्तेमाल कर लिया जाए तो वह ठीक रहता है। ये भी हो सकता है कि कोरोनावायरस प्रारंभिक स्थिति में हो और वह व्यक्ति बिना दस्ताने के कोई सामान पैक करता है तो बीमारी के फैलने की संभावना बन जाती है।
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