कुछ कांग्रेस सांसदों ने कागज और प्लेकार्ड फाड़कर भी उछाले जिनके टुकड़े आसन के पास आकर गिरे। भारी हंगामे के कारण पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सदन की बैठक एक घंटे के लिए स्थगित भी कर दी। हालांकि इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के बयान और अन्य नेताओं के सुझावों के दौरान सदन में शांति थी।
बाद में संसद के बाहर बेनीवाल ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि देश में कोरोनावायरस से संक्रमित अधिकतर मरीज इटली से लौटे हैं। इटली बुरी तरह कोरोनावायरस से प्रभावित है। इसलिए मैंने सरकार से अनुरोध किया कि कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का कोरोनावायरस परीक्षण किया जाना चाहिए क्योंकि ये हाल ही में इटली से लौटे हैं।
कांग्रेस का पीएम मोदी पर हमला
वहीं, कांग्रेस ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए इसे शर्मनाक करार दिया। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये शर्मनाक है कि मोदीजी हनुमान बेनीवाल का इस्तेमाल कर रहे हैं जो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। बेनीवाल ने सोनिया जी और राहुल जी के खिलाफ शर्मनाक शब्दों का इस्तेमाल किया है। हम ऐसे गैरजिम्मेदाराना टिप्पणियों की भर्त्सना करते हैं।
Randeep Singh Surjewala, Congress: Shameful that Modi ji is using Hanuman Beniwal who has lost his mental balance, to use such low level and shameful words for Sonia ji and Rahul ji. We strongly condemn such irresponsible and imbecile comments https://t.co/3sMH4RcCY3 pic.twitter.com/fe5pBol8qm
— ANI (@ANI) March 5, 2020
विपक्षी पार्टियों के शोर-शराबे के कारण नहीं हो सका सदन में प्रश्नकाल
इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने कोरोनावायरस पर सुझाव देते हुए कहा था कि हमारे नेता राहुल गांधी ने भी इस संबंध में सरकार को चेताया था। इससे पहले दिल्ली हिंसा पर जल्द ही चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों के भारी शोर-शराबे के कारण सदन में प्रश्नकाल नहीं चल सका।
गुरुवार सुबह कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस और द्रमुक के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वहीं तृणमूल कांग्रेस, सपा, एनसीपी एवं अन्य विपक्षी सदस्य अपने स्थानों से ही यह मांग दोहरा रहे थे।
इस दौरान पीठासीन सभापति बी महताब ने शोर-शराबा कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने का आग्रह करते हुए प्रश्नकाल की कार्यवाही आगे बढ़ाने का निर्देश दिया। हालांकि, विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा ।
सदन के बाधित होने से लोकसभा अध्यक्ष दुखी
पीठासीन सभापति ने कहा कि पिछले तीन दिनों से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) दुखी हैं, पूरा देश दुखी है। महताब ने कहा कि दिल्ली दंगे का मुद्दा है, कोरोनावायरस के कारण उत्पन्न स्थिति का मुद्दा है, इस पर चर्चा हो। लेकिन जिस प्रकार से सदन को बाधित किया जा रहा है, उससे किसी का फायदा नहीं होने वाला है।
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि तीन चौथाई सदस्य चाहते हैं कि सदन सुचारू रूप से चले और कुछ सदस्य कार्यवाही बाधित कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि समाज को बांटने वाली पार्टी कांग्रेस है। सरकार होली के बाद 11 मार्च को सदन में चर्चा को तैयार है। हालांकि, कांग्रेस सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा।
इस बीच, महताब ने शोर-शराबा करने वाले सदस्यों से अपने स्थान पर जाने तथा कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। उन्होंने इस दौरान कुछ प्रश्न भी लिए। इस दौरान विपक्षी सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा और कांग्रेस के कुछ सदस्यों ने काले बैनर को अध्यक्ष के आसन के सामने कर दिया। हंगामे के बीच महताब ने कार्यवाही 11:15 बजे दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण की शुरूआत से ही कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दल सदन में दिल्ली हिंसा के मुद्दे पर तत्काल चर्चा शुरू कराने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं।