अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Updated Mon, 02 Mar 2020 05:18 AM IST
कोचिंग सेंटर पर भी हुआ हमला
– फोटो : अमर उजाला
सोमवार को जब चांद बाग में हिंसा हुई तो उपद्रवियों ने कोचिंग सेंटर को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। करीब आधा दर्जन कोचिंग सेंटर में यहां दोनों ही समुदाय के करीब 400 से 500 से छात्र-छात्राएं मौजूद थे। एक बजे दिन से फंसे इन विद्यार्थियों को पुलिस सुरक्षा में रात करीब आठ बजे उनके परिजनों को सौंपा गया। इस दौरान ये विद्यार्थी लगभग 7 घंटे दहशत में गुजारे।
हिंसा पर वाले दिन वजीराबाद रोड खुलवाने का प्रयास कर रहे पुलिसकर्मियों पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया। पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा ने हॉरिजन इंस्टीट्यूट के सामने अपनी कार खड़ी की थी। उनकी कार को आग लगाने के अलावा भीड़ ने कई कोचिंग सेंटरों पर पथराव कर दिया। एक कोचिंग सेंटर में आग लगाने का प्रयास किया गया, लेकिन उपद्रवी इसमें कामयाब नहीं हो पाए।
हॉरिजन इंस्टीट्यूट के मालिक नवनीत गुप्ता ने बताया कि रविवार को हुए बवाल के बाद उनके इंस्टीट्यूट में सोमवार को 80 छात्र-छात्राओं के अलावा 30-35 लोगों का स्टॉफ था। इसमें दोनों ही समुदाय के लोग शामिल थे। दोपहर अचानक चांद बाग में पुलिस व उपद्रवियों के बीच टकराव हो गया। पुलिस उपायुक्त की गाड़ी उनके इंस्टीट्यूट के सामने खड़ी थी। उपद्रवियों ने उसमें आग लगा दी।
कई छात्रों की बाइक व कारों में भी आग लगा दी। सभी छात्रों को ऊपरी मंजिल में शिफ्ट कर दरवाजों को लॉक किया गया। इन लोगों ने बाहर से कोचिंग सेंटर को आग लगाने का भी प्रयास किया। दूसरी ओर लंदन अकादमी, एन-टेक, ऐम अकादमी व अन्य इंस्टीट्यूट में भी छात्र-छात्राएं फंसे रहे। इन पर भी उपद्रवियों ने हमला कर दिया और बाहर खड़ीं बाइकों व कारों को निशाना बनाया गया।
यमुना विहार रोड पर उपद्रवियों ने करीब 25 कारों व 100 के आसपास दोपहियां वाहनों में आग लगा दी। गनीमत यह रही कि हमले के दौरान इन कोचिंग सेंटरों में मौजूद छात्र घायल नहीं हुए। देर रात को जब पुलिस बल वहां पहुंचा तो छात्रों को सुरक्षा में उनके परिजनों के हवाले किया गया। घटना के बाद से कई कोचिंग सेंटर पर ताला लगा हुआ है, जबकि खुले हुए कोचिंग सेंटर में छात्र अभी नहीं आ रहे हैं।
सोमवार को जब चांद बाग में हिंसा हुई तो उपद्रवियों ने कोचिंग सेंटर को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया। करीब आधा दर्जन कोचिंग सेंटर में यहां दोनों ही समुदाय के करीब 400 से 500 से छात्र-छात्राएं मौजूद थे। एक बजे दिन से फंसे इन विद्यार्थियों को पुलिस सुरक्षा में रात करीब आठ बजे उनके परिजनों को सौंपा गया। इस दौरान ये विद्यार्थी लगभग 7 घंटे दहशत में गुजारे।
हिंसा पर वाले दिन वजीराबाद रोड खुलवाने का प्रयास कर रहे पुलिसकर्मियों पर उग्र भीड़ ने हमला कर दिया। पुलिस उपायुक्त अमित शर्मा ने हॉरिजन इंस्टीट्यूट के सामने अपनी कार खड़ी की थी। उनकी कार को आग लगाने के अलावा भीड़ ने कई कोचिंग सेंटरों पर पथराव कर दिया। एक कोचिंग सेंटर में आग लगाने का प्रयास किया गया, लेकिन उपद्रवी इसमें कामयाब नहीं हो पाए।
हॉरिजन इंस्टीट्यूट के मालिक नवनीत गुप्ता ने बताया कि रविवार को हुए बवाल के बाद उनके इंस्टीट्यूट में सोमवार को 80 छात्र-छात्राओं के अलावा 30-35 लोगों का स्टॉफ था। इसमें दोनों ही समुदाय के लोग शामिल थे। दोपहर अचानक चांद बाग में पुलिस व उपद्रवियों के बीच टकराव हो गया। पुलिस उपायुक्त की गाड़ी उनके इंस्टीट्यूट के सामने खड़ी थी। उपद्रवियों ने उसमें आग लगा दी।
कई छात्रों की बाइक व कारों में भी आग लगा दी। सभी छात्रों को ऊपरी मंजिल में शिफ्ट कर दरवाजों को लॉक किया गया। इन लोगों ने बाहर से कोचिंग सेंटर को आग लगाने का भी प्रयास किया। दूसरी ओर लंदन अकादमी, एन-टेक, ऐम अकादमी व अन्य इंस्टीट्यूट में भी छात्र-छात्राएं फंसे रहे। इन पर भी उपद्रवियों ने हमला कर दिया और बाहर खड़ीं बाइकों व कारों को निशाना बनाया गया।
यमुना विहार रोड पर उपद्रवियों ने करीब 25 कारों व 100 के आसपास दोपहियां वाहनों में आग लगा दी। गनीमत यह रही कि हमले के दौरान इन कोचिंग सेंटरों में मौजूद छात्र घायल नहीं हुए। देर रात को जब पुलिस बल वहां पहुंचा तो छात्रों को सुरक्षा में उनके परिजनों के हवाले किया गया। घटना के बाद से कई कोचिंग सेंटर पर ताला लगा हुआ है, जबकि खुले हुए कोचिंग सेंटर में छात्र अभी नहीं आ रहे हैं।
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